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Hindi Me Essay On Brel Lipi. ब्रेल लिपि पर हिंदी में निबंध

Hindi Me Essay On Brel Lipi. ब्रेल लिपि पर हिंदी में निबंध   ब्रेल लिपि पर निबंध ब्रेल लिपि दृष्टिहीन व्यक्तियों के लिए एक वरदान है। यह एक ऐसी विशेष लिपि है, जिसके माध्यम से नेत्रहीन लोग पढ़ना-लिखना सीखते हैं और अपने जीवन को शिक्षित एवं सशक्त बना सकते हैं। इसका आविष्कार लुई ब्रेल ने किया था, जो स्वयं एक नेत्रहीन व्यक्ति थे। उनके प्रयासों ने दुनिया के लाखों दृष्टिहीन लोगों को आत्मनिर्भर बनने का मार्ग दिखाया। ब्रेल लिपि का इतिहास लुई ब्रेल का जन्म फ्रांस में 4 जनवरी 1809 को हुआ था। बचपन में एक दुर्घटना के कारण उनकी आंखों की रोशनी चली गई। पढ़ाई के दौरान उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। उन्होंने महसूस किया कि नेत्रहीन लोगों के लिए पढ़ाई को सरल बनाने की आवश्यकता है। 1824 में, मात्र 15 वर्ष की आयु में, उन्होंने ब्रेल लिपि का आविष्कार किया। यह लिपि विशेष रूप से उभरे हुए बिंदुओं (डॉट्स) पर आधारित है, जिसे उंगलियों से स्पर्श करके पढ़ा जाता है। ब्रेल लिपि की संरचना ब्रेल लिपि में 6 बिंदुओं का एक ब्लॉक होता है, जिसे 'सेल' कहते हैं। इन बिंदुओं का अलग-अलग संयोजन अक्षरों, अंकों, और व...

Hindi Me Essay On Tajmahal. ताजमहल पर हिंदी में निबंध

Hindi Me Essay On Tajmahal. ताजमहल पर हिंदी में निबंध  ताजमहल ताजमहल, जिसे प्रेम का प्रतीक माना जाता है, भारत के आगरा शहर में यमुना नदी के किनारे स्थित है। यह मुगल सम्राट शाहजहां द्वारा अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में बनवाया गया था। ताजमहल न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है और इसे 1983 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया। इसे दुनिया के सात अजूबों में से एक माना जाता है। निर्माण और वास्तुकला ताजमहल का निर्माण 1632 ईस्वी में शुरू हुआ और इसे पूरा होने में लगभग 22 साल लगे। इसका निर्माण कार्य 1653 में समाप्त हुआ। इस भव्य स्मारक को बनाने में लगभग 20,000 कारीगरों ने दिन-रात मेहनत की। ताजमहल मुख्य रूप से सफेद संगमरमर से बना है, जिसे राजस्थान के मकराना से लाया गया था। इसकी वास्तुकला मुगल शैली की उत्कृष्टता को दर्शाती है। इसका गुंबद 240 फीट ऊंचा है, और इसके चारों कोनों पर चार मीनारें खड़ी हैं। ताजमहल का मुख्य मकबरा एक विशाल चबूतरे पर बना हुआ है, जो एक सुंदर और आकर्षक दृश्य प्रस्तुत करता है। इसकी दीवारों पर बारीकी से की गई नक्काशी और कुरान की आयतें लिखी गई हैं। ताज...

Hindi Me Essay On Fundamental Rights And Duties. भारतीय संविधान के मौलिक अधिकार और कर्तव्य पर हिंदी में निबंध

 Hindi Me Essay On Fundamental Rights And Duties. भारतीय संविधान के मौलिक अधिकार और कर्तव्य पर हिंदी में निबंध  भारतीय संविधान के मौलिक अधिकार और कर्तव्य भारतीय संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है, जो 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ। यह हमारे देश की एकता, अखंडता और लोकतांत्रिक प्रणाली को बनाए रखने के लिए बनाया गया है। इसमें नागरिकों को दिए गए अधिकारों और उन पर लगाए गए कर्तव्यों का विशेष महत्व है। मौलिक अधिकार और कर्तव्य एक दूसरे के पूरक हैं। जहां अधिकार हमें स्वतंत्रता और समानता देते हैं, वहीं कर्तव्य हमें अपने समाज और देश के प्रति जिम्मेदार बनाते हैं।    मौलिक अधिकार   मौलिक अधिकार भारतीय संविधान के तीसरे भाग में वर्णित हैं। ये अधिकार प्रत्येक नागरिक को स्वतंत्र और गरिमामय जीवन जीने का अवसर प्रदान करते हैं। मौलिक अधिकार 6 प्रकार के हैं:   1. समानता का अधिकार (अनुच्छेद 14-18) - सभी नागरिक कानून की नजर में समान हैं।   - जाति, धर्म, लिंग, भाषा या जन्मस्थान के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा।   - अस्पृश्यता को समाप्त किय...

Hindi Me Essay On The Constitution Of India. भारत का संविधान पर हिंदी में निबंध

 Hindi Me Essay On The Constitution Of India. भारत का संविधान पर हिंदी में निबंध   भारतीय संविधान पर निबंध भारतीय संविधान, भारत का सर्वोच्च कानून है, जो देश के शासन के लिए एक आधारभूत ढांचा प्रदान करता है। इसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया और इसी दिन भारत एक संपूर्ण गणराज्य बना। यह संविधान न केवल देश की शासन प्रणाली को निर्धारित करता है बल्कि प्रत्येक नागरिक को उनके अधिकारों और कर्तव्यों का ज्ञान भी देता है।   संविधान निर्माण की प्रक्रिया भारतीय संविधान का निर्माण संविधान सभा द्वारा किया गया, जिसकी स्थापना 1946 में हुई। संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ. राजेंद्र प्रसाद और मसौदा समिति के अध्यक्ष डॉ. भीमराव अंबेडकर थे। संविधान निर्माण में लगभग 2 साल, 11 महीने और 18 दिन लगे। इस प्रक्रिया में विभिन्न विचारधाराओं और संस्कृति के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। संविधान को 26 नवंबर 1949 को स्वीकार किया गया, लेकिन इसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया।   संविधान की विशेषताएँ भारतीय संविधान की कुछ मुख्य विशेषताएँ इसे विश्व के अन्य संविधानों से अलग बनाती हैं:   1. **लि...

Hindi Me Essay On New Year. नव - वर्ष पर हिंदी में निबंध

 Hindi Me Essay On New Year. नव - वर्ष पर हिंदी में निबंध  नया साल: एक नई शुरुआत नया साल जीवन में एक नई शुरुआत का प्रतीक है। यह एक ऐसा अवसर है जो हमें बीते साल की यादों को समेटने, उनकी समीक्षा करने और नए लक्ष्य निर्धारित करने का अवसर प्रदान करता है। नए साल के साथ एक नई ऊर्जा, नई उम्मीदें और नए सपने जुड़ते हैं। हर व्यक्ति इस दिन को अपने तरीके से मनाता है, लेकिन इसके पीछे की भावना समान होती है – खुशी, उत्साह और भविष्य के लिए आशावाद। नया साल और इसकी परंपरा नए साल का स्वागत पूरी दुनिया में बड़े हर्ष और उल्लास के साथ किया जाता है। विभिन्न संस्कृतियों में नए साल के जश्न के अपने-अपने तरीके होते हैं। भारत में भी नए साल को बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है। पश्चिमी कैलेंडर के अनुसार 1 जनवरी को नया साल मनाने की परंपरा है, लेकिन भारत में विभिन्न प्रांतों में अलग-अलग तिथियों पर नए साल का जश्न मनाया जाता है। जैसे, पंजाबी नव वर्ष बैसाखी के रूप में, मराठी नया साल गुड़ी पड़वा के रूप में और तमिल नव वर्ष पोंगल के रूप में मनाया जाता है। बीते साल की समीक्षा नया साल केवल जश्न मनाने का ही नहीं, बल्क...

Hindi Me Essay On Constitution Of India. भारत का संविधान पर हिंदी में निबंध

Hindi Me Essay On Constitution Of India. भारत का संविधान पर हिंदी में निबंध    किसी देश की मानसिकता, इच्छा-आकांक्षाओं, तत्कालीन और दीर्घकालीन आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर ही उसका संविधान बनाया जाता है। वह संविधान वहां की राष्ट्रीय अस्मिता का प्रतीक और परिचायक हुआ करता है। भारत के संविधान के संबंध में भी यही सब कुछसहज भाव से कहा एंव स्वीकारा जा सकता है। 15 अगस्त सन 1947 तक क्योंकि भारत ब्रिटिश सत्ता के अधीन था, अतः उसका अपना कोई स्वतंत्र संविधान नहीं था। ब्रिटिश पार्लियामेंट अपनी साम्राज्यवादी इच्छाओं के अनुरूप अपने देश में बैठकर जो संविधान बना देती, वहीं यहां पर लागू हो जाता। वह यहां के जन-मानस की इच्छा-आकांक्षांए और आवश्यकतांए कहां तक पूरी कर पाता है, इसकी चिंता कतई नहीं की जाती थी। स्वतंत्रता-प्राप्ति के बाद हमारे पहले निर्वाचित संसद ने जो नया संविधान प्रसिद्ध संविधानविद डॉ. भीमराव अंबेडकर के नेतृत्व में बनाया, उसी का मूल स्वरूप आज भारत में लागू है। यद्यपित समय और स्थितियों के अनुरूप अब तक उसमें कई सुधार, संशोधन और परिवद्भत किए जा चुके हैं, समय-समय पर अब भी किए जाते हैं...

Hindi Me Essay On Liquor Ban. शराब -बन्दी पर हिंदी में निबंध

 Hindi Me Essay On Liquor Ban. शराब -बन्दी पर हिंदी में निबंध   मद्य या दारूबंदी की चर्चा आज चारों तरफ आम चर्चा का विषय है। मद्य-यानी शराब। आजकल भारतीय जीवन और समाज में शराब पीना भी एक प्रकार से फैशन का सबल अंग बन चुका है। शराब पीना गर्व, गौरव और आधुनिकता की पहचान बनता और समझा जा रहा है। लोग बड़ी चुस्कियां लेकर शराब पीने की बातों और स्थितियों की आपस में चर्चा करते हैं। पहले दशहरा-दीवाली, पूजा-पाठ, शादी-ब्याह आदि के अवसरों पर पीने के आदी लोग भी नहीं पिया करते थे। मंगल आदि वारों और विशेष प्रकार की तिथियों का भी परहेज किया करते थे। दिन में तो छूते तक नहीं थे और प्रायः पीते भी थे तो छिप-छिपाकर। पर आज उत्सव-त्योहार, व्रत-उपवास, तिथि-वार और छोटे-बड़े किसी की भी परवाह न करके खुलेआम छककर मदिया पी जाती है। मुफ्त की मिलने पर तो वहशी बनकर उस सीमा तक पी जाती है जैसे फिर कभी मिलेगी ही नहीं और एक दिन का नशा आयु भर बना रहना है। पीकर चाहे उलटियां कर रहे हैं, नाली में औंधे मुंह गिर रहे हैं, पर पीनी अवश्य है। फैशन जो है। गर्व गौरव की बात और आधुनिकता की पहचान जो है। देश और व्यक्ति के धन-स्व...