Hindi Me Essay On Brel Lipi. ब्रेल लिपि पर हिंदी में निबंध ब्रेल लिपि पर निबंध ब्रेल लिपि दृष्टिहीन व्यक्तियों के लिए एक वरदान है। यह एक ऐसी विशेष लिपि है, जिसके माध्यम से नेत्रहीन लोग पढ़ना-लिखना सीखते हैं और अपने जीवन को शिक्षित एवं सशक्त बना सकते हैं। इसका आविष्कार लुई ब्रेल ने किया था, जो स्वयं एक नेत्रहीन व्यक्ति थे। उनके प्रयासों ने दुनिया के लाखों दृष्टिहीन लोगों को आत्मनिर्भर बनने का मार्ग दिखाया। ब्रेल लिपि का इतिहास लुई ब्रेल का जन्म फ्रांस में 4 जनवरी 1809 को हुआ था। बचपन में एक दुर्घटना के कारण उनकी आंखों की रोशनी चली गई। पढ़ाई के दौरान उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। उन्होंने महसूस किया कि नेत्रहीन लोगों के लिए पढ़ाई को सरल बनाने की आवश्यकता है। 1824 में, मात्र 15 वर्ष की आयु में, उन्होंने ब्रेल लिपि का आविष्कार किया। यह लिपि विशेष रूप से उभरे हुए बिंदुओं (डॉट्स) पर आधारित है, जिसे उंगलियों से स्पर्श करके पढ़ा जाता है। ब्रेल लिपि की संरचना ब्रेल लिपि में 6 बिंदुओं का एक ब्लॉक होता है, जिसे 'सेल' कहते हैं। इन बिंदुओं का अलग-अलग संयोजन अक्षरों, अंकों, और व...